tag:blogger.com,1999:blog-4517489015331780534.post3146367775738413743..comments2023-04-19T21:07:12.604-07:00Comments on आईना मैं और अक्स मैं....: अश्लील है तुम्हारा पौरुषSandhyahttp://www.blogger.com/profile/03797475018415203224noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-4517489015331780534.post-39715517575586948292010-09-28T09:07:36.449-07:002010-09-28T09:07:36.449-07:00अश्लील है वे सब किताबे
जो औरत को गुलाम बनती है
और ...अश्लील है वे सब किताबे<br />जो औरत को गुलाम बनती है<br />और मर्द को मालिक<br />वाकई इस तरह की संस्कृति, इस तरह का साहित्य, किताबें और हर कुछ अश्लील है जो ऐसी मानसिकता को जन्म दे.<br />जबरदस्त रचनाM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4517489015331780534.post-68788564940976035622010-09-28T07:32:19.761-07:002010-09-28T07:32:19.761-07:00कोई तो आये मेरे साथ
मैं इन हत्यारों को --
तालिब और...कोई तो आये मेरे साथ<br />मैं इन हत्यारों को --<br />तालिब और मुहजिदो को<br />शिव और राम के सैनिको को<br />मुहब्बत का गुलाब देना चाहती हूँ॥<br />बताना चाहती हूँ इन्हें<br /><br />" न मैं अश्लील हूँ , न मेरी देह ,<br />मेरी नग्नता भी अश्लील नहीं है ॥<br />व्ही तो तुम्हे जन्मती है ॥<br />अश्लील है तुम्हारा पौरुष<br />--औरत को सह नहीं पाता<br />अश्लील है तुम्हारी संस्कृति<br />पालती है तुम से विकृतियों को"<br />Bahut hi jabardast hla dene wala , rongate khade kar dene wala chitran. dukh yah hai ki yah kalpana aur swapn nahin hakikat hai. parantu kyaa ab bhi kuchh sharm hayaa naam ki chij bachiun logon ke paas?Dr.J.P.Tiwarihttps://www.blogger.com/profile/10480781530189981473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4517489015331780534.post-91652162746345504762010-09-28T07:19:04.354-07:002010-09-28T07:19:04.354-07:00मैं क्या बोलूँ अब....अपने निःशब्द कर दिया है..... ...मैं क्या बोलूँ अब....अपने निःशब्द कर दिया है..... बहुत ही सुंदर कविता.संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.com