आईना मैं और अक्स मैं....
बुधवार, 29 दिसंबर 2010
माँ
सृजन की माला का मनका बनाकर ...कि नारी तन और जीवन देकर कृतार्थ कर दिया ओ माँ तुने ... माँ तुझे सलाम ..
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें